Tuesday, June 4, 2019

India's Dam Projects - प्रमुख बांध एवं नदी परियोजनाएँ


भारत के प्रमुख बांध एवं नदी परियोजनाएँ 

(Important dams and river projects of India)

    भारत कृषि प्रधान राष्ट्र रहा है, यहां कि शस्य श्यामला भूमि हमेशा से ही कई अमृत रूपी नदियों से सिंचित होती रही हैं।  इन्हीं नदियों को और ज्यादा उपयोगी बनाने और बहूद्देशीय कार्यक्रमों को संचालित करने के लिए बहुत सारी परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया जो की अलग अलग पंचवर्षीय योजनाओं के अंतर्गत बनाये गये थे। उन्हीं महत्वपूर्ण परियोजनाओं और बाँधों में कुछेक की सूची यहां दर्शाई गई हैं।  

भारत के प्रमुख बांध एवं नदी परियोजनाएँ (Major dams and river projects in India)

 

क्रमांक

बांध/नदी परियोजना

नदी

राज्य/केन्द्रशासित प्रदेश

1

चुटक जलविद्युत परियोजना (Chutak Hydroelectric Plant)

सुरू नदी

कारगिल (लद्दाख)

2

दुमखर बाँध (Dumkhar Dam)

सिंधु नदी

लेह (लद्दाख)

3

निम्मो-बाजगो जलविद्युत परियोजना (Nimoo Bazgo Hydroelectric Plant)

सिंधु नदी

लेह (लद्दाख)

4

दुलहस्ती परियोजना (Dul Hasti Project )

चिनाब नदी

जम्मू और कश्मीर 

5

रंजीत सागर बांध परियोजना (Ranjit Sagar Dam Project )

रावी नदी

जम्मू और कश्मीर

6

बगलिहार बांध (Baglihar Dam)

चिनाब

जम्मू और कश्मीर 

7

किशनगंगा जलविद्युत परियोजना (Kishanganga Hydroelectric Plant)

किशनगंगा नदी

 जम्मू और कश्मीर

8

पाकल दुल बांध (Pakal Dul Dam)

मरुसुदर नदी

किश्तवाड़ (जम्मू और कश्मीर)

9

रैटल जलविद्युत परियोजना (Ratle Hydroelectric Plant)

चिनाब नदी

किश्तवाड़ (जम्मू और कश्मीर)

10

सलाल जलविद्युत परियोजना (Salal Hydroelectric Power Station)

 चिनाब नदी

रियासी (जम्मू और कश्मीर)

11

उरी बांध (Uri Dam)

झेलम नदी

  बारामूला (जम्मू और कश्मीर)

12

उकाई परियोजना (Ukai Project)

 ताप्ती नदी 

गुजरात

13

काकड़ापारा परियोजना (Kakrapar project)

ताप्ती नदी

गुजरात

14

सरदार सरोवर परियोजना (Sardar Sarovar Project)

नर्मदा नदी

गुजरात

15

जवाहर सागर परियोजना (Jawahar Sagar Project)

चम्बल नदी

राजस्थान

16

राणा प्रताप सागर परियोजना (Rana Pratap Sagar Project )

चम्बल नदी

राजस्थान

17

भाखड़ा नांगल परियोजना (Bhakra Nangal Project)

सतलज नदी

हिमाचल प्रदेश

18

कोलडैम परियोजना (Koldam project)

सतलुज नदी

हिमाचल प्रदेश 

19

नाथपा झाकरी परियोजना (Nathpa Jhakri project)

सतलज नदी

हिमाचल प्रदेश

20

टिहरी बाँध परियोजना (Tehri Dam Project)

 भागीरथी नदी

उत्तराखण्ड 

21

माताटीला परियोजना (Matatila project )

बेतवा नदी

उत्तर प्रदेश 

22

तिलैया परियोजना (Tilaiya Project)

बराकर नदी

झारखंड

23

पंचेत बांध (Panchet Dam)

दामोदर नदी

झारखंड

24

फरक्का परियोजना (Farakka project)

गंगा नदी

पश्चिम बंगाल 

25

दुर्गापुर बैराज परियोजना (Durgapur Barrage Project)

दामोदर नदी

पश्चिम बंगाल

26

हिराकुड बाँध परियोजना (Hirakud Dam Project)

महानदी

ओडीशा 

27

गंगासागर परियोजना (Ganga Sagar project)

चम्बल नदी

मध्य प्रदेश

28

बाणसागर परियोजना (Bansagar project)

सोन नदी

मध्य प्रदेश

29

जायकवाड़ी परियोजना (Jayakwadi project )

गोदावरी नदी

महाराष्ट्र

30

नागपुर शक्ति गृह परियोजना (Nagpur Power Station Project) 

कोराडी नदी

महाराष्ट्र

31

भीमा परियोजना (Bhima Project)

पवना नदी

तेलंगाना

32

नागार्जुनसागर परियोजना (Nagarjuna Sagar Project)

कृष्णा नदी

आन्ध्र प्रदेश

33

पोचम्पाद परियोजना (Pochampad project)

महानदी

कर्नाटक

34

हिडकल परियोजना (Hidkal project)

घाटप्रभा नदी

कर्नाटक 

35

इडुक्की परियोजना (Idukki Dam)

पेरियार नदी

केरल

 

सिंधु जल संधि what is indus water treaty? in hindi

सिंधु जल संधि क्या है?

what is indus water treaty?


सिंधु जल संधि (indus water treaty)क्या है?

 

•    सिंधु जल संधि (indus water treaty) - सिंधु एवं इसके सहायक नदियों के जल के अधिकतम उपयोग के लिए भारत सरकार और पाकिस्तान सरकार के बीच की गई संधि है.

 

•    19 सितंबर, 1960 को कराची (पाकिस्तान) में पुनर्निर्माण और विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय बैंक (अब विश्व बैंक) की मध्यस्थता में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान द्वारा इस संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे.

 

•    इस संधि के अंतर्गत तीन पूर्वी नदियों (रावीव्याससतलुज और उनकी सहायक नदियां) और तीन पश्चिमी नदियों (सिंधुझेलमचिनाब और उनकी सहायक नदियां) के जल वितरण और हिस्सेदारी की व्यवस्था की गई है.

 

पाकिस्तान की आपत्ति

 

भारत चेनाब पर पनबिजली परियोजना के लिए दो बांध बना रहा है- 48 मेगावाट क्षमता की लोअर कालनाई और 1,500 मेगावाट क्षमता का पाकल दुल. पाकिस्तान पाकल दुल बांध को लेकर चिंतित है और आरोप लगा रहा है कि यह सिंधु जल समझौते का उल्लंघन है.

 पाकिस्तान के अनुसार पाकल दुल बांध की ऊंचाई 1,708 मीटर हो सकती हैजिससे पाकिस्तान में आने वाले पानी की मात्रा कम हो सकती है.

 पाकिस्तान का कहना है कि इससे भारत अपनी इच्छासनुसार पानी रोकने या छोड़ने में सक्षम हो जाएगा.

भारत के वाटर कमीशनर पीके सक्सेना और पाकिस्तान के वाटर कमीशनर सैय्यद मेहर अली शाह हैं.

सिंधु जल समझौते के अनुसार भारत अगर चेनाब पर बांध बनाने की योजना बनाता हैतो उसे काम शुरू करने से क़रीब छह महीने पहले पाकिस्तान को इसके बारे में जानकारी देनी होगी.

भारत ने सिंधु जलसंधि पर पाकिस्तान की आपत्तियों को खारिज किया

 

 

भारत ने चेनाब नदी पर अपनी दो पनबिजली परियोजनाओं के बारे में पाकिस्तान की आपत्तियों को खारिज कर दिया है. सिंधु जलसंधि पर पाकिस्तान के साथ उच्चस्तरीय द्विपक्षीय बातचीत पूरी होने पर यह बात कही गई. यह दो दिवसीय बातचीत थी.

 

इमरान खान प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली आधिकारिक बातचीत थी. बातचीत पूरी होने के बादपाकिस्तान के सिंधु जल आयुक्त सैयद मेहर अली शाह ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई ब्योरा और कोई बयान नहीं दिए जाएंगे.

 

बैठक के मुख्य बिंदु

 

•    भारत ने चेनाब नदी पर 1000 मेगावाट की पाकल दुल बांध और 48 मेगावाट लोअर कलनाल पनबिजली परियोजनाओं के निर्माण पर पाकिस्तान की आपत्तियां खारिज कर दीं.

 

•    भारत ने पाकिस्तान को आमंत्रित किया है कि वह अपने विशेषज्ञों को अगले महीने पाकल दुल बांध और लोअर कलनाल पनबिजली परियोजनाओं के स्थल पर भेजे ताकि उसकी आशंकाएं दूर की जा सकें.

 

•    पाकिस्तानी अधिकारियों ने पाकल दुल बांध की ऊंचाई पांच मीटर कम करने के लिए कहा लेकिन भारतीय अधिकारियों ने उसे मानने से इन्कार कर दिया.

 

•    लोअर कालनाल प्रोजेक्ट को लेकर पाकिस्तानी अधिकारियों ने कुछ तकनीक आधारित चिंताएं व्यक्त की थीं.